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बॉयल का नियम किसे कहते हैं? | सूत्र | उदाहरण

बॉयल का नियम किसे कहते हैं? | सूत्र | उदाहरण

हेल्लो दोस्तों, आज की इस पोस्ट में, मैं आपको बॉयल के नियम के बारे में जानकारी देने वाला हूं। इस नियम की उत्पत्ति किसने की थी और यह नियम किन पर लागू होता है। इसके सूत्र व अनुप्रयोगों पर भी टिप्पणी दी है, यदि आप इन सभी के बारे में जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए और जानकारी प्राप्त करिए।

बॉयल का नियम क्या है?

इस नियम के अनुसार, स्थिर तापमान पर किसी गैस की निश्चित मात्रा का आयतन उसके दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

जब कोई गैस किसी बर्तन में रखी जाती है, तब गैस बर्तन की दीवारों पर दाब डालती है, जिसको गैस दाब कहते हैं। जब गैस का आयतन बढ़ता है तब दाब घट जाता है और जब गैस का आयतन घटता है तब दाब बढ़ जाता है।

इस नियम को बॉयल का नियम नाम, इसलिए कहा जाता है क्योंकि इंग्लैंड के वैज्ञानिक रॉबर्ट बॉयल ने प्रयोगों के आधार पर किसी गैस के दाब व आयतन संबंधी नियम को प्रतिपादित किया था।

बॉयल के नियम का सूत्र

यदि किसी गैस की निश्चित मात्रा का आयतन V व दाब P है तब स्थिर तापमान पर

V ∝ 1/P

PV = k (जहां k एक नियतांक है।)

बॉयल के नियम को गणितीय रूप से निकालने के लिए,

किसी गैस का प्रारंभिक दाब और प्रारंभिक आयतन का गुणनफल उस गैस के अंतिम दाब और अंतिम आयतन के गुणनफल के बराबर होता है। इस नियम को गणितीय रूप में इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है।

P1V1 = P2 V2

जहां,

P1 गैस द्वारा लगाया गया प्रारंभिक दाब है
V1 गैस द्वारा ग्रहण किया गया प्रारंभिक आयतन है
P2 गैस द्वारा लगाया गया अंतिम दाब है
V2 गैस द्वारा ग्रहण किया गया अंतिम आयतन है

बॉयल के नियम का उदाहरण

इस नियम को समझाने के लिए गुब्बारे का उदाहरण लेते हैं, आप गुब्बारे को जानते ही हैं जिसको बर्थडे में फुलाकर टांगते हैं और फोड़ते हैं। फोड़ते समय जब हम गुब्बारे को दबाते हैं तब गुब्बारे पर हाथ द्वारा दाब लगाते हैं जिसके कारण गुब्बारे के अंदर भरी हवा का आयतन कम हो जाता है अर्थात् जिस स्थान पर दबाते हैं।

उस स्थान पर गुब्बारा पिचक जाता है गुब्बारा रबर का होने के कारण हवा दूसरी जगह पर शिफ्ट हो जाती है। इस वजह से अधिक दबाने से गुब्बारा फट जाता है।