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माइक्रोप्रोसैसर्स (Microprocessors) के अनुप्रयोग क्या होते है?

प्रत्येक कम्प्यूटर में एक छोटी अथवा बड़े आकार की माइक्रोप्रोसैसर (Microprocessors) चिप अवश्य होती है। अतः कम्प्यूटर द्वारा नियन्त्रित सभी प्रक्रियाओं में स्पष्ट है कि माइक्रोप्रोसैसर का उपयोग अवश्य होता है। हमारे दैनिक जीवन में माइक्रोप्रोसैसर पर आधारित युक्तियों का उपयोग निम्न स्थानों पर किया जाता है-

स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, खेलकूद का डाटा संग्रह करने में, वीडियो गेम्स, कैमरा, फोटोप्रोसैसिंग प्रयोगशाला, संदेश प्रसारण, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, कम्प्यूटर सूचना प्रणालियाँ, खिलौने (toys), एलार्म सिस्टम, बैंक आदि।

माइक्रोप्रोसैसर्स का सामान्य सेवाओं में भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है; उदाहरणत, ट्रांसपोर्टेशन, रक्षा प्रणालियाँ (टैंक, राडार, वायुयान, समुद्री जहाज, सैटेलाइट लांच ) उद्योग, इन्स्टुमैन्टेशन, व्यापारिक संगठन, रेल रिजर्वेशन, लिफ्ट कन्ट्रोल, मोटर की स्पीड कन्ट्रोल, कार तथा बड़े वाहनों में ईंधन का नियन्त्रण, स्टील उद्योग में विभिन्न प्रक्रियाओं का कन्ट्रोल आदि।

डिजिटल कम्प्यूटर के विकास का मूल उद्देश्य एक तीव्र गति से गणना करने वाली मशीन (Computing machine) निर्मित करना था। परन्तु आज डिजिटल कम्प्यूटर्स का मुख्य उपयोग गणितीय कार्यों के लिए नहीं होता।

इनका उपयोग डाटा स्टोरिंग, डिस्पले तथा सूचना ट्रांसफर में किया जाता है। अक्षरों तथा डेसीमल डिजिट्स की प्रोसैसिंग के लिए कम्प्यूटर द्वारा आदि। इसके उनके बाइनरी कोड्स का उपयोग किया जाता है।

माइक्रोप्रोसैसर के अनुप्रयोगों (Applications of Microprocessors)

माइक्रोप्रोसैसर/कम्प्यूटर के अनुप्रयोगों के कुछ उदाहरण निम्न हैं :-

वर्ड प्रोसैसिंग (Word Processing)

आजकल कार्यालयों में टैक्स्ट तैयार करने, उसे स्टोर करने तथा आवश्यकतानुसार पुनः रिट्रीव (retrieve) करने के लिए कम्प्यूटर का व्यापक उपयोग किया जाता है। यह कार्य वर्ड प्रोसैसिंग कहलाता है। वर्ड प्रोसैसिंग एक सॉफ्टवेयर पैकेज है जो वर्ड प्रोसैसिंग कार्य करता है।

यह प्रणाली एक ऑटोमैटिक इलेक्ट्रॉनिक टाइपिंग मशीन के समान है। यूज़र द्वारा किये गये कार्य को एक CRT स्क्रीन पर देखा जाता है तथा वह उसमें त्रुटियों का निराकरण कर सकता है तथा शब्द एवं वाक्य को बढ़ा तथा घटा सकता है।

टैक्स्ट में बायीं तथा दायी मारजिन, लाइनों के मध्य स्पेसिंग आदि की सटीक सैटिंग कर सकता है। मुख्य वर्ड प्रोसैसिंग पैकेज हैं— वर्डस्टार 3.3, 2000, 2000 प्लस, सॉफ्टवर्ड; अक्षर, वेन्चुरा, शब्दरत्न, माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट नैटवर्क वर्ड आदि। वर्ड प्रोसैसर का उपयोग प्रैस तथा कम्युनिकेशन प्रणालियों में भी किया जाता है।

वर्ड प्रोसैसर से अधिक शक्तिशाली पब्लिशिंग मशीने भी उपलब्ध हैं। इनका उपयोग पिक्चर, ग्राफ, चार्ट्स, समाचार पत्र तथा मैगजीन आदि की प्रिन्टिंग में किया जाता है।

रेल, वायुयान आदि में रिजर्वेशन (Rail, Airlines Reservation)

रेल, वायुयान आदि के रिजर्वेशन के लिए माइक्रोकम्प्यूटर्स का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है। इन प्रणालि प्रयुक्त समस्त कम्प्यूटर्स सैटेलाइट द्वारा सुपर कम्प्यूटर से जुड़े होते हैं।

कम्प्यूटर ऑपरेटर (रिजर्वेशन ऑफिसर) विश्व अन्य नगरों से वायुयान/ट्रेन में किसी भी तिथि की सीट/बर्थ की उपलब्धता की स्थिति ज्ञात कर सकता है। यात्रियों के लिए। होटल आदि की बुकिंग तुरन्त की जा सकती है।

माइक्रोकम्प्यूटर्स का उपयोग रेल सिगनलिंग तथा अन्य कन्ट्रोल में भी किय जाता है। इस प्रकार के माइक्रोप्रोसैसर पर आधारित प्रणालियाँ हमारे देश में व्यापक रूप से प्रयुक्त की जा रही हैं।

औद्योगिक अनुप्रयोग (Industrial Application)

माइक्रोप्रोसैसर प्रणालियों के उद्योग जगत में भी अनेक अनुप्रयोग हैं। पावर प्लान्ट में माइक्रोप्रोसैसर पर आधारित प्रणालियों का उपयोग वोल्टेज, पावर, पावर फैक्टर, धारा तथा आवृत्ति आदि के नियन्त्रण के लिए किया जाता है।

यदि को राशि सामान्य से विचलित होती है तब कम्प्यूटर प्रणाली साउन्ड एवं लाइट सिगनल देती है तथा CRT स्क्रीन पर दोष की स्थिति सूचित करती है।

प्रायः समस्त कम्प्यूटर प्रणालियाँ आजकल ऑटोमेटिक होती हैं अर्थात् प्रणाली की असामान्यताओं एवं त्रुटियो को स्वयं ही ठीक करती हैं।

इसी प्रकार कम्प्यूटर प्रणालियाँ न्यूक्लियर रिएक्टर्स में रेडियोएक्टिव तत्त्वों का वातावरण में विकिरण, प्रोटॉनों की सान्द्रता (concentration) तथा रिएक्टर के ऑपरेशन के समस्त डाटा रिकॉर्ड, विश्लेषण तथा आवश्यक करेक्शन करती हैं।

उद्योगों में माइक्रोप्रोसैसर प्रणालियों का उपयोग मोटर्स (motors) की गति का मापन तथा कन्ट्रोल करने के लिए किया जाता है।

माइक्रोप्रोसैसर के विकास के पश्चात् डिजिटल लॉजिक भी हार्डवायर्ड डिसक्रीट लॉजिक के स्थान पर प्रोग्रामेबल को पावर में व्य लॉजिक में परिवर्तित किया जा रहा है।

औद्योगिक कन्ट्रोल में इन्स्टुमैन्टेशन प्रणालियाँ, जो अब तक हार्डवायर्ड इलैक्ट्रिकल तथा मेकेनिकल लॉजिक के रूप में होती है, माइक्रोप्रोसैसर प्रयुक्त कर प्रोग्रामिंग लॉजिक द्वारा विस्थापित किये जा रहे हैं।